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ये बात उस समय की है जब मै मांटेसरी स्कूल में पढ़ता था। उस वक्त हम लोग छोटे छोटे थे पर पढ़ने में कॉम्पिटिशन समझने लगे थे, पर सभी लोग तो फर्स्ट नही आ सकते थे इस लिए class teacher ने हर महीने के लिए किसी एक को फर्स्ट घोषित करने का तरीका खोज लिया। उन्होंने ये नही समझा कि इसका प्रभाव किसी के बालमन पर क्या पड़ेगा जब फर्स्ट न आने पर उसे घर में पिटाई पड़ेगी। मेरा सबसे प्यारा दोस्त संजीव घर में जमकर पिटा, वह भी तब जब हम लोग सुबह स्कूल जाने के लिए उसे लेने घर पहुंचे। बस फ़िर क्या था दोस्ती कुछ दिनों के लिए टूट गई और हम लोग अकेले अकेले स्कूल जाने लगे।